ईरान के 68 साल से नहीं नहाने वाले दुनिया के सबसे गंदे इंसान अमो हाजी की 94 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई है।

पिछले 68 साल से नहीं नहाने वाले अमो हाजी की मृत्यु रविवार को देश के दक्षिणी प्रांत फार्स के देजगाह गांव में हुई।

ऐसा माना जाता है कि हाजी बीमार होने के डर से नहाने से परहेज करते थे, लेकिन कुछ महीने पहले ही ग्रामीण उन्हें नहलाने के लिए बाथरूम में ले गए थे।

अमो हाजी का मानना था कि स्वच्छता उनके लिए मौत के बराबर है और अगर वो अपने ऊपर पानी डालेंगे तो बीमार पड़ जाएंगे।

हाजी को पानी से डर लगता था, इसलिए वो कई सालों तक नहाए ही नहीं। उनका मानना था कि वह इतने साल तक इसलिए ही जिंदा हैं क्योंकि वो गंदे तरीके से रहते हैं।

अमो हाजी ज्यादातर गंदी जगहों पर ही रहते थे और रेगिस्तान में बने गड्ढों में सोते थे क्योंकि उनके पास खुद का अपना कोई घर नहीं था। 

वो हमेशा फटे-पुराने और गंदे कपड़े पहने नजर आते थे। उनके चेहरे और शरीर पर धूल-मिट्टी लगी रहती थी और सड़ा हुआ खाना खाते थे। 

अगर कभी कुछ खाने को नहीं मिलता था तो वह मरे हुए जानवरों का सड़ा मांस खाते थे। अमो हाजी सालों से अपने शरीर पर एक ही कपड़ा पहने हुए थे।

अगर कोई उन्हें कपड़ा देता था तो वह उसे अपने गंदे कपड़ों के ऊपर ही पहन लेते थे। इस वजह से उसके शरीर पर कपड़ों की मोटी-मोटी परतें बन चुकी थी, जो उन्हें ठंड से बचाने का काम भी करती थीं।

इसके अलावा वह एक पुराना हेलमेट पहन लेते थे, जिससे ठंड में उनके कान भी बंद हो जाते थे।

अमो हाजी को सिगरेट पीना बेहद पसंद था। गांव में अगर कोई उन्हें सिगरेट दे देता था तो वो एक साथ चार-पांच सिगरेट पी जाते थे। 

लेकिन जब हाजी के पास सिगरेट या तंबाकू नहीं होता था, तब वो जानवरों के मल से धूम्रपान करना पसंद करते थे।

हाजी के जीवन पर 2013 में "द स्ट्रेंज लाइफ ऑफ अमो हाजी" नामक एक लघु फिल्म भी बनाई गई थी।