बागपत। आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने संसदीय विशेषाधिकारों के हनन का हवाला देते हुए उत्तर प्रदेश के 8 पुलिस अधीक्षकों के खिलाफ राज्यसभा के सभापति से शिकायत की है। सभापति को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा है कि पुलिस अधिकारियों ने बेबुनियाद एफआईआर दर्ज कर उनके काम में अडंगा डाला है। इस मामले में संसद की विशेषाधिकार समिति के समक्ष पुलिस अधिकारियों को बुलाकर सख्त कार्रवाई की जाए।
इस पत्र में पुलिस आयुक्त लखनऊ सुजीत पाण्डेय समेत बस्ती, बागपत, मुजफ्फरनगर, लखीमपुर खीरी, संत कबीर नगर, गोरखपुर और अलीगढ़ के पुलिस अधीक्षकों के नाम शिकायती पत्र में दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह सीधा विशेषाधिकार का उल्लंघन है।
पुलिस अधिकारियों को संसद की “विशेषाधिकार हनन समिति” के सामने बुलाकर पूछ-ताछ की जाय किसके आदेश पर मेरे विरुद्ध फ़र्ज़ी FIR दर्ज की गई। pic.twitter.com/ql637OJq3c
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) August 25, 2020
उन्होंने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री से सभी वर्गों के लिए समान भाव के काम करने का अनुरोध किया था लेकिन थाने से लेकर मुख्यमंत्री सचिवालय तक में भेदभाव होता है। पुलिस के 8 जवान शहीद हुए, पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या हुई, संजीत यादव का अपहरण व हत्या समेत कई मामलों पर मुख्यमंत्री से जवाब मांगा था लेकिन जवाब की बजाय उनके इशारे पर 9 एफआईआर दर्ज करा दी गईं।
उन्होंने इस पत्र में कहा है कि मैं देश के सर्वोच्च सदन का सांसद हूं और राज्यों के मुद्दे उठाना व उनका हल करना मेरा काम है लेकिन एफआईआर करवा कर सिर्फ मेरा नहीं बल्कि देश के उच्च सदन का भी अपमान किया गया है।