अपनी क्षमता पहचानो
एक गाँव में एक आलसी आदमी रहता था, वह कुछ काम-धाम नहीं… और पढ़ें »अपनी क्षमता पहचानो
एक गाँव में एक आलसी आदमी रहता था, वह कुछ काम-धाम नहीं… और पढ़ें »अपनी क्षमता पहचानो
पुराने ज़माने में ऐसी चिट्ठियां हुआ करती थी, जिसे कहते थे अन्तर्देशी।… और पढ़ें »चिठ्ठियाँ जिसमें छुपे होते थे लिखने के सलीके
एक बार एक बारहसिंगा तालाब के किनारे पानी पी रहा था। अभी… और पढ़ें »हर चमकती चीज जरूरी नहीं कि सोना ही हो
महाराज दशरथ को जब संतान प्राप्ति नहीं हो रही थी तब वो… और पढ़ें »समझिये! आज का दु:ख कैसे बनता है कल का सौभाग्य ?
दुनिया मे सबसे ताकतवर चीज है हमारी सोच ! हम अपनी लाइफ… और पढ़ें »छोटी सोच व पैरो की मोच इंसान को कभी आगे बढ़ने नही देती
एक आदमी गाड़ी से उतरा, और बड़ी तेज़ी से एयरपोर्ट मे घुसा,… और पढ़ें »भक्तों के लिए ईश्वर से एक प्रार्थना
घरवालों की सेवा करना एक नम्बर है, बाहरकी सेवा करना दो नम्बर… और पढ़ें »संसार हमारे काम आ जाय‒यह है गलती
प्रेमचन्द 4 जून, 1934 को बम्बई पहुँचे। तीन दिन बाद शिवरानीदेवी को… और पढ़ें »अपने बंबई प्रवास के दौरान प्रेमचंद का ये पत्र जो उन्होने अपनी पत्नी के नाम लिखे थे
हमारे बुज़ुर्ग हम से वास्तविकता में वैज्ञानिक रूप से बहुत आगे थे।… और पढ़ें »Technology ने जो दिया उससे बेहतर प्रकृति ने दे रखा था